Snapdeal ( पैरेंट कंपनी AceVector) से जुड़ी IPO की ताज़ा ख़बर
Snapdeal IPO की तैयारी फिर शुरू
AceVector, Snapdeal की पैरेंट कंपनी, ने 2025 के जुलाई में रेगुलेटर Securities and Exchange Board of India (SEBI) के पास confidential रूट से IPO के लिए ड्राफ्ट फाइल किया था।
18 नवम्बर 2025 को SEBI ने AceVector के IPO के लिए मंजूरी दे दी।
7 दिसंबर 2025 को AceVector ने अपना अपडेटेड Draft Red Herring Prospectus (UDRHP) दाखिल किया — इसका मतलब है IPO के लिए अगला बड़ा कदम आगे बढ़ा गया है।
IPO डिटेल्स —
IPO के तहत AceVector ₹300 करोड़ (fresh issue) जुटाने की योजना कर रही है।
साथ में, मौजूदा निवेशकों द्वारा लगभग 6.38 करोड़ शेयर (OFS — Offer for Sale) बेचे जाने की संभावना है।
Fresh issue से लगभग ₹125 करोड़ का इस्तेमाल Snapdeal मार्केटप्लेस के मार्केटिंग और बिजनेस प्रमोशन में किया जाएगा। बाकी रकम टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, अधिग्रहण (acquisitions), और सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों में जाएगी।
Snapdeal / AceVector की आर्थिक स्थिति (IPO से पहले)
FY24 में Snapdeal ने घाटा कम किया है: नेट लॉस ₹160.4 करोड़ हुआ, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 43% कम है।
हालांकि, राजस्व (revenue) बहुत ज़्यादा नहीं बढ़ा — इस प्रकार कंपनी सुधार की दिशा में काम तो कर रही है, लेकिन पूरी तरह प्रॉफिटेबल नहीं हुई है।
पहले क्या हुआ था?
इससे पहले, Snapdeal ने 2022 में IPO का प्रयास किया था — उस समय कंपनी ₹1,250 करोड़ जुटाने वाला IPO लेकर आना चाह रही थी। लेकिन “बाज़ार की कमजोर हालत” के कारण उसने DRHP वापस ले लिया था।
उस समय कोई नई IPO तारीख तय नहीं की गई थी।
आज की स्थिति क्या है?
अब तक के हालात देखे जाएँ तो — Snapdeal/AceVector ने IPO की तैयारी दोबारा शुरू कर दी है, SEBI की मंज़ूरी मिल चुकी है, और कंपनी उम्मीद करती है कि IPO से ₹300 करोड़ जुटाकर मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी व अन्य खर्चों में निवेश करेगी। Snapdeal का यह कदम शायद उसे बाज़ार में फिर से मजबूत स्थिति दिला सकता है।

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